पंजाब व चंडीगढ़ के निरंकारी यूथ फोरम में नौजवानो ने खेलों द्वारा दिया आपसी सांझ, प्रीत, भाईचारे का सन्देश - सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने पंजाब व चंडीगढ़ के निरंकारी यूथ फोरम का शुभारंभ पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम सेक्टर-3  में किया । 


इस अवसर पर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने अपने उदगार में कहा कि निरंकारी यूथ फोरम में पंजाब व चंडीगढ़ के लगभग 35 हज़ार युवा श्रद्धालुओं  ने पंजीकरण कराया है।  पहले ज़ोन व फिर अंतर ज़ोन स्तर पर मुकाबले करवाये गए। अंतर ज़ोन में से शीर्ष स्थान प्राप्त टीमों के मुकाबले आज स्टेडियम में करवाये गए। विभिन स्थानों से आई टीमों में आपसी सांझ, प्रीत, भाईचारे का जो स्वरूप यहां देखने को मिला , यही निरंकारी मिशन के पैगाम को भी बयान करता है।


सतगुरु माता जी ने कहा कि इन खेलों को करवाने का उदेश्य ही युवाओं की ऊर्जा को उपयुक्त दिशा में लगाकर समाज के सुंदर निर्माण में योगदान देना है। उन्होंने कहा कि युवाओं ने  सेवा, सिमरन व सत्संग का यह जज्बा इसी प्रकार से कायम रखना है। हमें निरंकार पर फोकस करके बड़े बुजर्गों की शिक्षाओं को अपनाते हुए व उन पर खरा उतरते हुए जीवन में आगे बढ़ना है।

सतगुरु माता जी ने कहा कि जिस प्रकार गाड़ी की एलाइनमेंट करके उसका बैलेंस सही किया जाता है, उसी प्रकार शारिरिक सन्तुलन के साथ मानसिक संतुलन किस प्रकार रख सकते हैं, इस को लेकर कई पुरातन व विज्ञान से जुड़ी खेलों को आध्यात्मिकता से जोड़ कर सन्तुलन करना बताया गया है। वहीं हर खेल का आध्यत्मिकता से जुड़ा पहलू भी है कि किस प्रकार एकाग्रता व टीम के तौर पर एकत्रित होकर एकत्त्व के भाव को दर्शाया जाना हैं। अगर शरीरिक तौर पर स्वस्थ होंगे तभी सेवा, सिमरन व सत्संग कर पाएंगे।

सतगुरु माता जी ने सभी को नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि जो उत्साह इस आयोजन को सफल बनाने में सभी श्रद्धालुओं ने दिखाया है, वो उत्साह वर्ष भर  सब में बना रहे ।

इस अवसर पर बैडमिंटन, वॉलीबॉल, लॉंगजम्प , एथलेटिक्स, कबड्डी, क्रिकेट, कराटे इत्यादि  मुकाबले करवाये गए। इन सब खेलों से युवाओं को अपनी ऊर्जा को सकारात्मक तौर पर प्रयोग करके उनकी प्रतिभा को निखारना है, वही आध्यात्मिकता से जोड़ कर आगे बढ़ना है।