121 करोड़ की ठगी के केस में भगोड़ा घोषित अपराधी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के नारकोटिक्स सेल ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस सफलता में नारकोटिक्स सेल ने 121 करोड़ की ठगी के केस में भगोड़ा घोषित अपराधी को पकड़ा है।

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राम मनोहर ने हैड कांस्टेबल अशोक नागर, संजय और कांस्टेबल अनुज के साथ एसीपी आर.के.ओझा के निर्देशन में बनी टीम ने असाम से 121 करोड़ की ठगी के केस में भगोड़ा घोषित अपराधी गौतम बरुआ को पकड़ने से सफलता प्राप्त की है।

दरअसल पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि असाम से वांछित अभियुक्त गौतम बरुआ जिसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपए का इनाम असाम पुलिस द्वारा घोषित किये जाने की बाद भी नही पकड़ा गया है वह दिल्ली में छुप कर रह रहा है। गौतम बरुआ 3 साल से फरार था और जगह बदल बदल कर छुप के रह रहा था जिसे पुलिस टीम ने सफदरजंग एन्क्लेव से पकड़ा जहां वह पिछले 4-5 महीने से एक गेस्ट हाउस में छिप कर रह रहा था। गौतम बरुआ तब पकड़ा गया जब वह दिल्ली छोड़ने के लिए ट्रेन पकड़ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहा था।

असाम पुलिस 2017 से गौतम बरुआ की तलाश कर रही थी और उसे कोर्ट द्वारा भगोड़ा भी घोषित किया गया था। पकड़े जाने पर पूछताछ और असाम पुलिस से मिली जानकारी से क्राइम ब्रांच की टीम को पता चला की असाम सरकार ने असम बिल्डिंग एवं अन्य कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड का गठन किया था जिसका चेयरमैन गैतम बरुआ को बनाया गया था। बोर्ड को जिम्मेदारी दी गयी थी कि पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बिल्डर्स से एक तयशुदा चार्ज लिया जाएगा जो उन मजदूरों के कल्याण मे खर्च किया जाएगा जिनका पंजिकरण बोर्ड में होगा। बोर्ड ने मजदूरों में जागरूकता फैलाने के लिए अलग अलग तऱीके से इश्तेहार, पम्पलेट छपवाने, बोर्ड बनवाने के लिए टेंडर निकाले जिसमे बड़े पैमाने पर घपला किया गया। घपले का पता चलने पर मुख्यमंत्री के स्पेशल सतर्कता विभाग ने केस दर्ज किया तो पता चला कि 121 करोड़ की ठगी की गई है। बहरहाल गौतम बरुआ को असाम पुलिस के हवाले कर दिया गया है।