केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने राजमार्ग क्षेत्र में ठेकेदारों एवं सलाहकारों के साथ काम करने वाले इंजीनियरों के लिए विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि अगले स्तर पर पदोन्नति के लिए करियर के मध्य में प्रशिक्षण को अनिवार्य किया जाना चाहिए। गडकरी ने देश के राजमार्ग क्षेत्र में व्यापक विकास की रूपरेखा पेश करते हुए यह राय व्यक्त की कि देश में विशाल सड़क नेटवर्क को कम लागत पर बेहतरीन, पर्यावरण अनुकूल एवं सुरक्षित बनाए रखने के लिए इंजीनियरों का ज्ञान, कौशल और विशेषज्ञता बढ़ाना अत्यंत जरूरी है।
भारतीय राजमार्ग इंजीनियर अकादमी (आईएएचई) को राजमार्ग क्षेत्र के एक विश्व स्तरीय प्रमुख संस्थान में तब्दील करने के बारे में सिफारिशें देने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट आज नई दिल्ली में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री को पेश की गई।
आईएएचई दरअसल राजमार्गों के प्रबंधन से जुड़े समस्त विषयों से संबंधित अनुभवों को संयोजित करने एवं संबंधित ज्ञान को साझा करने वाला प्रमुख संस्थान है। इस संस्थान का सृजन अस्सी के दशक में किया गया था और इसका उद्देश्य केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों के राजमार्ग इंजीनियरों को प्रशिक्षण देना रहा है। तीन विशिष्ट कार्यों यथा – प्रशिक्षण, राजमार्ग एवं सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में प्रायोगिक अनुसंधान व विकास कार्य और सड़क सुरक्षा व नियमन को शामिल करने के लिए आईएएचई के कार्य क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है।