राजनाथ सिंह ने कहा – डेफएक्‍सपो 2020 में पूरे विश्‍व से बड़ी संख्‍या में देशों की भागीदारी भारत के बढ़ते महत्‍व को दिखाता है

 


 



 


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि लखनऊ में 5-9 फरवरी को आयोजित किये जा रहे डेफएक्‍सपो 2020 में बड़ी संख्‍या में विदेशी देशों तथा प्रदर्शकों की भागदारी अंतर्राष्‍ट्रीय क्षेत्र में भारत के बढ़ते महत्‍व को दिखलाती है। विश्‍व भारत को सुनता है और शक्तिशाली देश दिल्‍ली के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में गर्व महसूस कर रहे हैं। रक्षा मंत्री लखनऊ में डेफएक्‍सपो की पूर्व संध्‍या पर आयोजित पूर्वालोकन समारोह में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्‍या में देशों की भागीदारी केवल एक व्‍यावसायिक प्रयास नहीं है और इसी वजह से प्रत्‍येक वर्ष आयोजित होने वाला डेफएक्‍सपो अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ता है।


रक्षा मंत्री ने बताया कि द्विवार्षिक विशाल रक्षा प्रदर्शनी के 11वें संस्‍करण में विश्‍व की 1000 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं और यह भारत में हुए डेफएक्‍सपो में सबसे बड़ा है। उन्‍होंने कहा कि आकार और प्रयास में यह प्रदर्शनी हाल के वर्षों में असमानान्‍तर है। यह प्रदर्शनी अन्‍वेषकों, निर्माताओं, बाजार की अग्रणी कंपनियों, सरकार तथा अन्‍य हितधारकों को विचार-विमर्श करने का स्‍वर्णिम अवसर देगी।


डेफएक्‍सपो 2020 की विशेषताओं की चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि पहली बार भारत-अफ्रीका के रक्षा मंत्रियों की बैठक होगी, जिसमें 30 अफ्रीकी देश भाग लेंगे। उन्‍होंने बताया कि इस बार डेफएक्‍सपो में 40 से अधिक देशों के मंत्री भाग लेंगे और इसे भारत के साथ रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने का महत्‍वपूर्ण अवसर बनाएंगे। राजनाथ सिंह ने देश को मजबूत और समृद्ध बनाने के उद्देश्‍य से आयोजित डेफएक्‍सपो के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के गतिशील नेतृत्‍व और विजन के कारण भारत का महत्‍व बढ़ रहा है और देश अब विश्‍व में आर्थिक महाशक्ति बनने की महत्‍वाकांक्षा रखता है। उन्‍होंने कहा कि सरकार देश को रक्षा विनिर्माण केन्‍द्र बनाने और मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों के माध्‍यम से रक्षा क्षेत्र में स्‍वदेशी निर्माण को प्रोत्‍साहित करने का काम कर रही है।


रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत जैसा बड़ा देश आयातित हथियारों पर निर्भर नहीं रह सकता और भारत वैश्विक महाशक्ति बनने की आकांक्षा रखता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्‍य एक जीवंत और विश्‍वस्‍तरीय घरेलू रक्षा उद्योग विकसित करना है, ताकि आयात पर निर्भरता कम हो और भारत रक्षा उत्‍पादन में आत्‍मनिर्भर बने।


रक्षा मंत्री ने कहा कि डेफएक्‍सपो अमेरिका, रूस तथा दक्षिण कोरिया जैसे प्रमुख देशों के साथ साझेदारी में स्‍वदेशी रक्षा उद्योग की क्षमता दोहन का अवसर प्रदान करेगी। उन्‍होंने कहा कि डेफएक्‍सपो भारतीय कंपनियों को अपने नवाचार तथा सैन्‍य शक्ति, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, ई-प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भविष्‍य की क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अच्‍छा मंच है।


राजनाथ सिंह ने फिर कहा कि सरकार भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने के लिए संकल्‍पबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक मंदी के बावजूद भारत आर्थिक दृष्टि से बढ़ने वाले शीर्ष देशों में एक बना रहा। उन्‍होंने कहा कि भारत विश्‍व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्‍य इस दशक के अंत तक शीर्ष तीन अर्थव्‍यवस्‍था की लीग में शामिल होना है।


उत्‍तर प्रदेश सरकार तथा मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को लखनऊ में डेफएक्‍सपो 2020 के आयोजन में लॉजिस्टिक्‍स तथा अन्‍य सहयोग देने के लिए बधाई देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि राजधानी में इस विशाल आयोजन का विचार सरकार के विकास मॉडल को दिखाता है, जो अवसरों के विकेन्द्रिकरण पर आधारित है। ऐसी परिकल्‍पना स्‍वतंत्र भारत के लिए महात्‍मा गांधी ने की थी। उन्‍होंने कहा कि ऐसे कदमों से पूरे देश में समावेशी विकास होता है।


रक्षा मंत्री ने आशा व्‍यक्‍त की कि डेफएक्‍सपो राज्‍य के युवाओं के लिए रोजगार का अवसर प्रदान करेगा और उत्‍तर प्रदेश को रक्षा निवेश के लिए पसंदीदा स्‍थान बनाएगा।


उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने लखनऊ में डेफएक्‍सपो 2020 के आयोजन को राज्‍य के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्‍होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित आयोजन से उत्‍तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।


इससे पहले, रक्षा मंत्रालय तथा उत्‍तर प्रदेश सरकार के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने एक्‍सपो के दौरान विभिन्‍न आयोजनों के बारे में प्रस्‍तुतियां दीं।