सुभाष चोपड़ा ने आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र को ‘‘खोखले वायदों का टोकरा फिर से’’ करार दिया

 



 


 


दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र को ‘‘खोखले वायदों का टोकरा फिर से’ करार देते हुए कहा कि जो आप पार्टी पहले से स्थापित व्यवस्था में अपने 6 सालों में वे वायदे पूरे नही कर पाई जो उन्होंने चुनाव से पहले किए थे। आप पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में फिर दोबारा दोहराया है। जबकि आज भी दिल्ली और केन्द्र में वही व्यवस्था है।


चोपड़ा ने कहा कि मैं आप पार्टी से यह पूछना चाहता हूँ कि ऐसी कौनसी परिस्थितियां थी जिनके चलते वे अपने पुराने वायदे पूरे नही कर पाए, जबकि दिल्लीवासियों ने उनके ऐतिहासिक बहुमत देकर विधानसभा में पहॅुचाया था। चोपड़ा ने आप पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब कौनसी नई परिस्थितियां आ गई है जिनके कारण वे अपने पुराने वायदों को अगले पांच सालों में पूरा करेंगे। जबकि आप पार्टी का नारा ‘‘अच्छे बीते 5 साल - लगे रहो केजरीवाल’ अपने आप में झूठा साबित होता है क्योंकि एक तरफ तो केजरीवाल पूरे पांच साल केन्द्र सरकार पर उंगली उठाते रहे कि वे काम नही करने देते, और दूसरी तरफ कह रहे हैं कि अच्छे बीते पांच साल।


चोपड़ा ने आप पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप पार्टी ने अपने पिछले घोषणा पत्र में कहा था कि वे दिल्ली मे जनलोकपाल बिल लाकर लागू करेंगे, परंतु पूरा कार्यकाल बीतने के बाद भी वे दिल्ली में जन लोकपाल स्थापित नही कर लाए। चोपड़ा ने केजरीवाल को याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के 49 दिनों में यह कह कर विधानसभा से त्यागपत्र दिया था कि हमने उनको जन लोकपाल बिल नही लाने दिया। चोपड़ा ने कहा कि मैं केजरीवाल से यह पूछना चाहता हूॅ कि उनके दूसरे 5 साल के कार्यकाल में उनको जनलोकपाल लागू करने के लिए किसने रोका था, जबकि उनके पास पूर्ण बहुमत था। चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली के बच्चे-बच्चे को पता है कि केजरीवाल ने दिल्ली में जनलोकपाल इसलिए स्थापित नही किया क्योंकि उनको पता था कि जनलोकपाल स्थापित होते ही उनके मंत्री व विधायक भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी तथा महीला उत्पीड़न के मामलों के अन्तर्गत जेल की हवा खाते।


चोपड़ा ने कहा कि इसी प्रकार आप पार्टी ने अपने पिछले 70 पाईट के घोषणा पत्र में दिल्ली स्वराज बिल पास करने की बात की थी परंतु उन्होंने इस बिल को लेकर कोई कदम नही उठाए। उन्होंने कहा कि आप पार्टी फिर दोबारा धोषणा पत्र में कह रही है कि वे केंद्र के साथ मिलकर मजबूत दिल्ली स्वराज बिल लाने के लिए प्रयास करेंगे। जबकि आप पार्टी अपने पिछले कार्यकाल में केन्द्र, उपराज्यपाल तथा केन्द्रीय कर्मचारियों से उलझते हुए नजर आए थे, क्या यह दोनो पार्टियों की नूरा कुश्ती थी? चोपड़ा ने कहा कि जब केन्द्र में वही भाजपा की सरकार है, तो ऐसे में कैसे केन्द्र से मिलकर मजबूत स्वराज बिल ला पाएेंगे। चोपड़ा ने केजरीवाल से प्रश्न पूछते हुए कहा कि क्या उनके पास जादुई छड़ी है कि केन्द्र के साथ कैसे सब कुछ ठीक हो जाएगा।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अनिल भारद्वाज ने कहा कि आप पार्टी दिल्ली के व्यापारियों व छोटा उघोग धंधा करने वाले लोगों व उनमें कार्यरत मजदूरों को लुभाने के लिए यह घोषणा कर रही है कि दिल्ली को सीलिंग से निजात दिलाऐगी, जो कि दिल्लीवासियों के साथ आप का बहुत बड़ा धोखा है। भारद्वाज ने आप पार्टी और भाजपा को दिल्ली में सीलिंग के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों ने दिल्ली को बर्बाद किया है। क्योंकि जिस समय दिल्ली में सीलिंग हो रही थी उस समय आप पार्टी और भाजपा दोनो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करती रही, ‘‘अब अपने मेनिफेस्टों में उनकी दूर्दशा पर घड़ियाली आंसू बहा रही है’। उस समय कांग्रेस पार्टी ने ही दिल्लीवासियों की इस लड़ाई को सड़कों पर आकर लड़ा था। भारद्वाज ने कहा कि हमारी पार्टी छोटे व्यापारियों, लघु व कुटीर उद्योग चलाने वाले तथा उनके कर्मचारी व मजदूरों के साथ थी और आगे बढ़कर हम उनके हितों के लिए आगे भी लड़ते रहेंगे।